१९४०
व्यक्तिगत सत्याग्रह के दौरन एक साल बरेली जेल में
व्यक्तिगत सत्याग्रह के दौरान एक साल के लिए दूसरी बार जेल गए। पहले मेरठ केन्द्रीय कारागार में डाले गए, फिर बरेली केन्द्रीय कारगर में भेज दिए गए, अक्टूबर १९४१ में रिहा किये गए। बच्चों में अच्छे आचार-विचारों को रोपने के लिए जेल से पत्रों की श्रृंखला लिखी “शिष्टाचार”।
१९४६ तक मेरठ जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं अध्यक्ष रहे।