२५ नवंबर को मस्तिष्क को अक्षम बन देने वाला गहरा आघात, भारत सरकार के खर्चे पर भारत और अमेरिका के सर्वोत्तम डॉक्टरों द्वारा चिकित्सा की गई किन्तु आंशिक रूप से पक्षाघात के शिकार और असंपृक्त बने रहे। १९८६ तक धीमे-धीमे आंशिक कॉमा की स्थिति में चले गये।
२५ नवंबर को मस्तिष्क को अक्षम बन देने वाला गहरा आघात, भारत सरकार के खर्चे पर भारत और अमेरिका के सर्वोत्तम डॉक्टरों द्वारा चिकित्सा की गई किन्तु आंशिक रूप से पक्षाघात के शिकार और असंपृक्त बने रहे। १९८६ तक धीमे-धीमे आंशिक कॉमा की स्थिति में चले गये।