चरण सिंह इस बात पर जोर देते हैं कि देश को बदलने के लिए हमें पुरुषार्थ की आकांक्षा रखनी चाहिए। लेकिन आज, कर्तव्य से ज्यादा अधिकार पर ध्यान दिया जा रहा है, जिसके कारण देश के विभिन्न हिस्सों में आंदोलन हो रहे हैं। महात्मा गांधी के निधन के बाद से देश की सामाजिक चेतना में एक शून्यता आ गई है।