"कृषक लोकतंत्र के पक्षधर", मधु लिमये, संपादक उदयन शर्मा, लोहिया ट्रस्ट, लखनऊ

१९९७-९८
प्रकाशित द्वारा
लोहिया ट्रस्ट, लखनऊ, प्रकाशन ~१९९७-९८. पृष्ट ३४१
लिखित द्वारा
मधु लिमये

 

मधु लिमये: जन्म 1 मई 1922 मृत्यु 8 जनवरी 1995. भारतीय राजनीतिज्ञ और समाजवादी आंदोलन के नेताओं में से एक थे। भारत की समाजवादी राजनीति के प्रतिनिधि नेता मधु लिमये ने चार दशक तक देश की राजनीति को कई तरीकों से प्रभावित किया। वह प्रखर वक्ता और सिद्धांतकार थे। तात्कालिक राजनीतिक स्वार्थ के समय ही सुनाई देने वाली श्अंतरात्मा की आवाज़श् के दौर में मधु लिमये लोकतंत्रए आडंबरहीनता और साफ़ सार्वजनिक जीवन के पहरेदार बन गए थे। मधु लिमये ने दुनिया को बताया कि संसद में बहस कैसे की जाती है। उन्होंने सांसद होने की पेंशन कभी नहीं ली और न ही पूर्व सांसद होने की सुविधाएं। मधु लिमये १९७९.१९८२ के बीच चौधरी चरण सिंह के लोक दाल के महासचिव थे ।

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