१९८७ ०५ २४ "मूल्यांकन": चरण सिंह को श्रद्धांजलि

२४ मई १९८७

किसी राजनेता के निधन पर जहां आम जनता गहरे दुख से भर जाती है, वहीं उसके मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है। किसी का मूल्यांकन करना कोई आसान काम नहीं है और जब कोई महान शख्सियत गुजर जाए तो यह और भी मुश्किल हो जाता है। भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया। १९३१ से १९३७ तक वे पहली बार छपरौली से यूपी विधानसभा के लिए चुने गए और १९४६  में पहली बार उन्हें यूपी मंत्रिपरिषद में जगह मिली। भारत की आजादी के बाद संसदीय सचिव के तौर पर वे कई मंत्रिपरिषद में रहे और दो बार मुख्यमंत्री भी रहे। १९७७  में चौधरी साहब उत्तर प्रदेश के गृह मंत्री बनकर दिल्ली आए। उसके बाद वे वित्त मंत्री, उप प्रधानमंत्री और अंत में प्रधानमंत्री बने। एक मुद्दा जिस पर उनके सभी आलोचक और समर्थक एकमत हैं, वह है उनकी ईमानदारी और उनका समर्पण।